हमारे जीवन का अधिकतर समय दूसरों के साथ संपर्क साधने में एवं उनसे लोक व्यवहार करने में जाता है। दिनभर की गतिविधियों में भी हम अधिक से अधिक समय दूसरों के साथ बिताते हैं एवं वह कब बीत जाता है पता ही नहीं चलता। बहुत कम ही लोग होते हैं जो यह महसूस करते हैं कि कुछ समय उन्हें स्वयं के साथ भी बिताना चाहिए और उसके लिए व्यवस्थित रूप से थोड़ा समय नियम से निकालना चाहिए।
दुनिया की इस भाग दौड़ में अपने लिए समय निकालना बहुत जरूरी है, यह हमारे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए आवश्यक है। जैसे खुद से संवाद स्वयं को आईना दिखाता है वैसे ही खुद के साथ बिताया हुआ समय जैसे हम हमें नई ऊर्जा का संचार करता है और नई रचनात्मकता को जन्म देता है। तो आज से ही हमें नियमित तौर पर अपने लिए थोड़ा सा समय निकालना होगा।