हर ज्ञानी का पतन एक दिन उसके अहंकार
के कारण ही हुआ है। इतिहास गवाह है कि जिसने अपने ज्ञान को संभाल कर नहीं रखा, उसे समय के साथ
तराशा नहीं एवं उसके महत्व को नहीं जाना, उसे समय ने भुला दिया। जितने महान व्यक्तित्व
इस दुनिया में हुए हैं उन सभी ने आजीवन एक विद्यार्थी बनकर अपने ज्ञान को नई ऊंचाई
दी है।
ज्ञान की तलवार तब और भी धारदार एवं
शक्तिशाली हो जाती है जब उसमें आजमाने और चुनौतियों का सामना करने का दम भर जाता
है। अतः अपने आप को निरंतर चुनौती देते रहने से आपका ज्ञान कमल की तरह खिलकर चारों
और अपना सौंदर्य बिखेरता है, इसे सदैव याद रखें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें